‘पतवार’ के विकास में कई हिन्दी अध्यापकों ने समय-समय पर अपने अमूल्य प्रतिभाव देकर योगदान दिया हैं । उन सभी अध्यापकों ‘पतवार’सदैव ऋणी रहेगा। ‘पतवार’ वेबसाइट का निर्माण हिन्दी के आई.जी.सी.एस.ई तथा आई.बी.डी.पी. के अध्यापक तथा विद्यार्थियों की समस्याओं का समाधान के लिए किया गया हैं ।
